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देश का पहला AI आधारित आंगनबाड़ी केंद्र यूपी में हुआ शुरू

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AI Anganwadi: इन दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जीवन के हर एक पहलू में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।ऑनलाइन शिक्षा के विकास के साथ-साथ शिक्षा के अन्य क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में शिक्षा के क्षेत्र में AI का उपयोग उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक नई तरीके से देखा गया।

दरअसल गाजियाबाद में देश का पहला AI आधारित आंगनबाड़ी केंद्र खोला गया है। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को इस केंद्र का उद्घाटन किया। इसके बाद शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद की जा रही है। आइए जानते हैं इस खबर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में…

HIGHLIGHTS:

  • उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में देश का पहला AI आंगनबाड़ी केंद्र खोला गया है।
  • राज्य की राज्यपाल द्वारा इस केंद्र का उद्घाटन किया गया।
  • इसकी प्रतिदिन की रिपोर्ट जिला प्रशासन के पास भेजी जाएगी।

आंगनवाड़ी केंद्रों को दी जाएगी किट

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को इस आंगनवाड़ी केंद्र का उद्घाटन किया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ऐसे  100 और आंगनबाड़ी केंद्र को AI की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का ज्ञान होना भी बहुत जरूरी है। इसके अलावा उन्होंने आंगनवाड़ी में AI से जुड़ी तकनीक के बारे में भी जानकारी ली।

इस अवसर पर उन्होंने एक किट आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दी है और इस बात का निर्देश दिया है कि इस प्रकार की किट सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर होनी जरूरी है। आंगनबाड़ी केंद्रों के तकनीकी डिजाइन के साथ इस बात का ध्यान रखा जाए की बच्चों के लिए पीने का पानी, शौचालय, फर्स्ट एड इत्यादि की सुविधा अच्छे से रखी जाए। और बच्चों को भी अपने प्रति आत्मनिर्भर होने की शिक्षा दी जाए।

महिलाओं को सशक्त बनाना है जरूरी

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों के साथ-साथ महिलाएं भी कुपोषित हो रही हैं। इस तरह से जब हमारी माताएं सशक्त बनेगी तो ही हमारे बच्चे और देश भी सशक्त होगा। आंगनबाड़ी सहित अन्य संस्थाओं के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को पोषण युक्त आहार दिया जाना चाहिए।

इससे वह सक्षम व मजबूत बन सकेंगी और एक स्वस्थ बच्चे को भी जन्म दे सकेंगी। राज्यपाल महोदया ने कहा कि जेल में 80% कैदी दहेज मामलों के हैं। और हमें ऐसे समाज का निर्माण करना चाहिए जहां अपराध की कोई जगह ना हो,  इसके लिए महिलाओं का सशक्त बना बहुत जरूरी है।

AI से पढ़ाने के तरीके के बारे में जाना

राजपाल ने आंगनबाड़ी में विद्यार्थियों से काफी बातचीत की और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से विद्यार्थियों को पढ़ाने के तरीके के बारे में भी चर्चा की। इस अवसर पर प्रशांत राज गवर्नर रोटरी इंटरनेशनल जिला ने कहा, हमारा उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए प्रयास करना है।

इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्री स्कूल किट भी वितरित किए गए। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, महापौर सुनीता दयाल, पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा,  जैसे कई लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल को मंडल आर्ट द्वारा सम्मान स्वरूप 100 पुस्तकें भेंट की गई।

प्रतिदिन जिला प्रशासन को भेजी जाएगी रिपोर्ट

AI आधारित आंगनवाड़ी में एक डिजिटल बोर्ड लगवाया गया है। इसमें आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता पूरे दिन में होने वाले बच्चों के एक्टिविटी से जुड़ी जानकारी अंकित करेंगे। इसकी प्रतिदिन की रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी जाएगी।

इससे प्रशासन यह जान सकेगा कि बच्चों की प्रगति किस प्रकार हो रही है। सामान्य आंगनवाड़ी में इस तरह की कोई भी सुविधा नहीं होती है और ना ही प्रतिदिन कोई रिपोर्ट भेजनी होती है। लेकिन अब AI आंगनबाड़ी केंद्रों में इस तरह की सुविधा शुरू की गई है।

100 से अधिक आंगनवाड़ी केंद्रों को मिलेगी सुविधा

राज्यपाल ने कहा कि हमारी शिक्षा नीति ऐसी होनी चाहिए जिससे बच्चे उसे अच्छे से समझ सके और उसे अपने नैतिक जीवन में इस्तेमाल कर सके। उनके पास सिर्फ रटने वाला ज्ञान होना जरूरी नहीं है। इसलिए शिक्षा के साथ-साथ सभी बच्चों को संस्कृति और सभ्यता का ज्ञान होना बहुत जरूरी है।

उद्घाटन के समय उन्होंने कहा कि जल्द ही जनपद में 100  आंगनबाड़ी केंद्रों पर AI आधारित शिक्षा प्रणाली शुरू की जाएगी। जिससे आने वाले भविष्य में शिक्षा के माध्यम से बच्चों का विकास बेहतर तरीके से हो पाएगा। उन्होंने कहा कि AI आने वाले समय में छोटे से बच्चे से लेकर, युवा वर्ग और वृद्धजनों, सबके लिए महत्वपूर्ण सिद्ध होने वाली है।

राज्यपाल को भेंट की गई पुस्तकें

AI के शिक्षा में विशेष योगदान के इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुनील कुमार शर्मा, मुरादनगर विधायक अजीत पाल त्यागी, महापौर सुनीता दयाल, जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह, तथा पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा, जैसे सम्मानित लोग मौजूद थे।

वहीं इस कार्यक्रम की शुरुआत राज्यपाल महोदय आनंदीबेन पटेल द्वारा की गई थी। वहीं कार्यक्रम के अंत में जनपद वासियों की ओर से माननीय राज्यपाल महोदय आनंदीबेन पटेल को मंडल आर्ट की कुल 100 पुस्तकें भेंट की गई। यह भेंट शिक्षा के प्रति उनका योगदान और सराहना के सम्मान में दी गई।

सारांश:

AI का शिक्षा के क्षेत्र में इस विशेष योगदान की शुरुआत देश में पहली बार की गई है। और अभी 100 आंगनबाड़ी केंद्रों को AI से जोड़ना बाकी है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मुख्य रूप से AI से बच्चों को और बेहतर शिक्षा व जानकारी देना है। लेकिन समय आने पर इसके महत्व और परिवर्तन के बारे में पता चलेगा। जैसे-जैसे AI का उपयोग बढ़ता जाएगा वैसे ही सामान्य पुस्तक और उसका उपयोग कम होने की भी आशंका नजर आने लगेगी।

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