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5 साल पहले ही ब्रेस्ट कैंसर का लग जाएगा पता, AI को लेकर आनंद महिंद्रा ने किया दावा!

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Artificial Intelligence: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन दिनों काफी सुर्खियों में है। इसका इस्तेमाल और लेटेस्ट फीचर्स दुनिया भर में चर्चा का विषय बने हुए हैं। आए दिन कुछ लोग इसके फायदे के बारे में तो कुछ लोग इसके नुकसान से जुड़ी बातें करते रहते हैं।

हाल ही में भारतीय बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने AI से जुड़ी कुछ ऐसी बातें X प्लेटफॉर्म पर कह दी हैं जिससे टेक्नोलॉजी के जगत में हलचल सी मच गई है। आज के इस लेख में हम उस खबर की समीक्षा करेंगे… जिसे जानने के लिए आप इस लेख में अंत तक बन रहे…

HIGHLIGHT:

  • अमेरिका की Duke University के रिसर्चर ने एक नया AI  डेवलप किया है जो 5 साल पहले ब्रेस्ट कैंसर को डिटेक्ट कर सकता है।
  • इस AI की टेक्नोलॉजी पर आनंद महिंद्रा ने गहरा विश्वास किया है, जिसके चलते उन्होंने X प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट भी किया है।
  • आनंद महिंद्रा का दावा है कि AI का उपयोग अब न केवल निदान में बल्कि रोगों के उपचार में भी किया जा रहा है।

5 साल पहले डिटेक्ट करेगा कैंसर!

दरअसल अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी (Duke University) के रिसर्चर ने एक नया AI डेवलप किया है। इसके रिसर्चर ने यह दावा किया है कि अब AI ब्रेस्ट कैंसर को उसके डेवलप होने से लगभग 5 साल पहले ही डिटेक्ट करने में सक्षम हो जाएगा।

अब आनंद महिंद्रा ने इसी रिसर्च से प्रभावित होकर अपने  X प्लेटफार्म पर इस बात को लिखकर पोस्ट किया है। उन्होंने इस बात का दावा किया है कि आने वाले समय में AI कैंसर को 5 साल पहले ही डिटेक्ट कर लेगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जल्द ही इस क्षमता का विकास करने वाला है।

आनंद महिंद्रा का X प्लेटफॉर्म पर दावा

आनंद महिंद्रा भारत के ऐसे बिजनेसमैन है जो अक्सर नई-नई टेक्नोलॉजी पर अपनी समीक्षा X प्लेटफार्म पर लिखते रहते हैं। अब उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर बड़ी बात कह दी है। उन्होंने अपने X प्लेटफार्म पर कह दिया है कि AI ब्रेस्ट कैंसर को उसके डेवलप होने से करीब 5 साल पहले ही डिटेक्ट करने में सक्षम हो जाएगा।

आनंद महिंद्रा ने लिखा है कि, यह लगभग एक्यूरेसी के साथ साबित हो सकता है। उनका कहना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आगे चलकर हमारे लिए बहुत ही उपयोगी साबित होने वाला है। महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा के इस पोस्ट ने अर्थव्यवस्था और तकनीकी जगत में हलचल मचा दी है।

AI कैंसर डिटेक्ट कैसे करेगा?

कैंसर का पता लगाने के लिए मेडिकल जगत में अभी फिलहाल Biopsies, Microscopic Histological Examine Method का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा Imaging Technology जैसे- MRI, CT Scan  और PET Scan जैसी तकनीक उपलब्ध है।

अब हाल ही में Duke University ने यह दावा किया है कि AI द्वारा ब्रेस्ट कैंसर डेवलप होने से 5 साल पहले ही पता लगाया जा सकेगा। हालांकि इस दावे पर अभी कोई खास जानकारी सामने नहीं आई है। यह दावा रिसर्चर के आधार पर किया जा रहा है कि AI की मदद से एक्यूरेसी के साथ कैंसर की रिपोर्ट मिल सकती है।

आनंद के लिए AI है बेशकीमती

आनंद महिंद्रा समय-समय पर AI को लेकर इसी तरह के बयान देते रहते हैं। अभी कुछ दिन पहले ही आनंद महिंद्रा ने AI को लेकर एक अहम बयान दिया था। उन्होंने अपनी पोस्ट में AI को बेहद वैल्युएबल बताया था।

उन्होंने कहा कि AI आने वाले समय में काफी बेशकीमती साबित होने वाली है। उनके अनुसार AI जल्द हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनने वाला है। आने वाली पीढ़ी के लिए AI एक सौगात के रूप में जीवन पर्यंत साथ रहेगा।

आंनद की कंपनी AI में करने वाली है निवेश

अभी कुछ दिन पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आंनद महिंद्रा ने कंपनी के एनुअल रिपोर्ट जारी करने के साथ शेयर किए गए लेटर में टेक महिंद्रा कंपनी के अगले 3 साल के टारगेट के बारे में बात की थी। जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी  AI और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपना अगला कदम बढ़ाने वाली है।

आनंद महिंद्रा ने बताया कि अगले तीन साल तक टेक महिंद्रा का मुख्य फोकस AI से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर रहने वाला है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए कंपनी द्वारा प्रोजेक्ट इंडस (Project Indus) और प्रोजेक्ट इंडिया ए आई मिशन (Project India AI Mission) शुरू किया गया है।

टेक्नोलॉजी की सूरत बदलने के लिए AI है तैयार

AI का इस्तेमाल आज के समय में हर क्षेत्र में किया जा रहा है। इस टेक्नोलॉजी से आने वाले दिनों में स्मार्टफोन सहित कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के काम करने का अंदाज पूरी तरीके से बदल जाएगा। बहुत जल्द ऐसा समय आने वाला है कि आपका सोचने से पहले ही आपके आधे से अधिक काम हो जाएंगे।

साथ ही आपके एक इशारे में ऑटोमेटिक मोड से काम निपटते जाएंगे। AI का लाभ हमे एजुकेशन, मेडिकल,  टेक्नोलॉजी, अर्थव्यवस्था समेत कई क्षेत्रों में दिखना शुरू हो चुका है। AI ने बहुत हद तक टेक्नोलॉजी की सूरत बदल दी है।

सारांश

AI आजकल जितना उपयोगी साबित हो रहा है उतना ही इसका गलत इस्तेमाल भी किया जा रहा है। क्योंकि इसकी मदद से लोग फेक फोटो और वीडियो बनाकर वायरल कर देते हैं। ऐसे में कई देश की सरकार AI के इस्तेमाल को लेकर गाइडलाइन जारी कर रही है। अब आने वाले समय में देखना होगा कि AI हमारे लिए कितना लाभदायक सिद्ध होता है और कितना नुकसानदायक।

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